चिठ्ठी माई दे भवन तो आयी, लोको मैं दीवाना हो गया
दिल नचेया ते आँख भर आयी, लोको मैं दीवाना हो गया
चिठ्ठी विच्च घलेया है प्यार मैनू माई ने
भेजीयाँ असीसां सो सो वार मैनू माई ने
नी मैं चुम्म के कलेजे नाल लायी
लोको मैं दीवाना हो गया
ख़ुशी विच्च दिल मेरा मारे किलकारियां
खम्ब हुँदै उड जांदा मार के उडारीयाँ
औखी लग्गे हुण पल दी जुदाई
लोको मैं दीवाना हो गया
बार बार पढ़या मैं लिखी होई लिखाई नु
गीली अंखि तकेया मैं अखरां च माई नु
ऐनी ममता मेरे ते वरसाई
लोको मैं दीवाना हो गया
याद है के साला पेहला माई ने बुलाया सी
दित्ता सी प्यार मेनू गल नाल लाया सी
अज्ज फेर ओहिओ शुभ घडी आई
लोको मैं दीवाना हो गया
अर्जी ता ‘दास’ ने लगायी लख वार माँ
होई ए दयाल अज्ज सुनी है पुकार माँ
बाद मुद्दतान दे मेरी वारी आई
लोको मैं दीवाना हो गया