रुक जा ओ राधा रानी रुक जा
आज मैं फोड़ूंगा तेरा मटका
छेड़ ना कन्हिया पीछे हटजा
काहे को फोडेगा मेरा मटका
जमुना पे आ राधे तुझे बंसी सुनाऊंगा
बंसी की कसम राधे तुझे हाथ ना लगाऊंगा
रुक जा......
मैया मुझसे पूछेगी कहा देर लगायी है
मैं सच बतला दूंगी तेरा कृष्ण कन्हाई है
रुक जा.......
हे श्याम सुन्दर प्यारे तुम पर विश्वास नही
जब याद सताती है रहता कुछ याद नही
रुक जा........
बदनाम ना कर राधे तु लगती प्यारी है
मैं द्वार तेरे आया अब तेरी बारी है
रुक जा.........