भुलाना ना याद करो ना करो,
भुलाना ना याद करो ना करो,
बीच भंवर में अटकी नैया,
तुम बिन मोहन कोन खिवैया।
इतनी विनय सुनो सांवरिया,
नैया डुबाना ना पार करो ना करो,
भुलाना................
तेरी शरण अाई दुखियारी,
दर दर भटकी दर्द की मारी,
ओ दुखभंजन ओ दुखाहारी,
मुझे ठुकराना ना प्यार करो ना करो,
भुलाना...................
घट घट वासी अन्तर्यामी,
क्या तुमने मेरी पीर जानी,
दिल के जख्मों को हे स्वामी,
तुम भी दुखाना ना पीर हरो ना हरो,
भुलाना.................
अवधेश राणा
6395870827