जादू भरे तोरे नैना,नैना रे नैना,
जादू भरे ......
भ्रकुटी में है चितवन बांकी,
मन को मोहे तेरी झांकी,
ऐसे ही सदा तुम रहना,नैना रे नैना........
तेरी नजर से घायल हूं मैं,
छवि का तेरी कायल हूं मैं,
तेरे बिन मोहे चैन पड़े ना,नैना रे नैना........
नैना तोरे प्यारे रस बरसावें,
रोम रोम में प्रेम जगावें,
और बोले मीठे बैना,नैना रे नैना..........
मोर मुकुट घुघराली अलखें,
नैनन की रखवारी पलकें,
काहे मटकाए दिन रैना,नैना रे नैना........
मै तो तेरे दर पे आया,
चरणों में तेरे शीश झुकाया,
क्यों मेरी टेर सुनें ना,नैना रे नैना.......
अवधेश राणा,मथुरा
6395870827