हम तेरे शहर में आये है ,मुसाफिर की तरह ,
सिर्फ एक बार मुलाकात का मौका देदे ,
हम तेरे शहर में आये है ......
मेरी मंजिल है कहा मेरा ठिकाना है कहा ,
सुबह तक तुझसे बिछुड़कर मुझे जाना है कहा,
सिर्फ एक रात मुलाकात का मौका देदे ,
हम तेरे ......
अपनी आँखों में छिपा रखे है जुगनू मैंने ,
अपनी पलको पे छिपा रखे है आँशु मैंने,
मेरी आँखों को भी बरसात का मौका देदे ,
हम तेरे ....
आज की रात मेरे दर्दे मुहब्बत सुनले ,
कपकपाते हुए होठो की शिकायत सुनले,
आज इजहारे ख़यालात का मौका देदे ,
हम तेरे ....
SINGER :- PRABHAT SHARMA (9528599393)