मेरा सोया नसीब जगा सैयां मुझे दर पे अपने भुला सैयां,
मेरी लाज आज रखना महाराज आज रखना,
मेरी विनती सुन ले साई,
मेरा सोया नसीब जगा सैयां मुझे दर पे अपने भुला सैयां,
तेरी शान है निराली,तू शिरडी का वाली कभी जाऊगा न खाली,
तेरी थाम के मैं झोली तेरे दर पे साई मैं आउ होठो पे प्यास लाउ,
मेरी विनती सुन ले साई ,
मेरा सोया नसीब जगा सैयां मुझे दर पे अपने भुला सैयां,
मैंने दुःख बड़े है झेले,
मुझे तू शरण में लेले मैं जीता हु अकेले,
मुझे भाते नहीं मेले मुझे शिरडी तू भुला ले मुझे साई तू निभा ले,
मेरी विनती सुन ले साई
मेरा सोया नसीब जगा सैयां मुझे दर पे अपने भुला सैयां,
दे अमीन को सहारा साई मैं बेसहारा साई कर दे इक इशारा.
तेरा देखु मैं नजारा तेरा दर बड़ा है प्यारा करुगा वही गुजारा,
मेरी विनती सुन ले साई,
मेरा सोया नसीब जगा सैयां मुझे दर पे अपने भुला सैयां,
एम्स निज़ायमी ब्रदर फिरते थे पहले दर दर,
तेरा हुआ इशारा किस्मत का चमका तारा ,
ऐसी निगाह डाली भर डाली झोली खाली,
तूने खाख से उठाया मुझे आसमा बनाया इतना कर्म है साई,
मेरा सोया नसीब जगा सैयां मुझे दर पे अपने भुला सैयां,