जब कोई न था हमारा और पास नहीं था किनारा,
जब हार गया इस जग से बाबा ने दियां सहारा,
सँवारे ने साथ निभाया है,रोते को हस्या है
बचपन से ही हमने तो भजनो से प्यार किया है,
विपदा कितनी आ जाये तेरा ही नाम लिया है,
मैंने तुमसे आस लगाई और तुमने की सुनवाई,
दुनिया ने हाथ छुड़ाया पर तुमने राह दिखाई,
सँवारे ने साथ निभाया है,रोते को हस्या है
तूफ़ान अगर न आता मेरा श्याम नजर ना आता,
इन संकट के आने से मैं तुमको समज न पाता,
हारे का तू ही सहारा दुखियो का पालनहारा,
सुख दुःख के पलो में बाबा बस याद रहे जैकारा,
सँवारे ने साथ निभाया है,रोते को हस्या है
पालनपिता के जैसा करता माँ सा करे दुलार,
खुशियों से जिंदगानी तुमने भर दी दातार,
कोमल का यही है कहना पल पल तू संग में रहना,
अब तक है साथ निभाया आगे भी निभाते रहना,
सँवारे ने साथ निभाया है,रोते को हस्या है