लाल चुनरिया माँ को भावे,
लाये है तेरे लाल,
चुनड़ियाँ ओड़ो मियां सिंह चढ़ आओ मियां,
चाँद सितारों से माँ चुनड़ी सजा दू,
ओड़ो माँ जगदमबा सोगन्द करा दू,
हाथो में तेरे मेहँदी लगा दू मेहँदी का रंग लाल,
चुनड़ियाँ ओड़ो मियां सिंह चढ़ आओ मियां,
आजा भवानी आजा देर क्यों लगाए,
अखियां है मेरी बरसे कुछ न सुहाए,
अपने दिल का हाल सूना दू हाल हुआ बेहाल,
चुनड़ियाँ ओड़ो मियां सिंह चढ़ आओ मियां,
चम् चम् चमके बिजली बरसी घटा गणगौर,
मैया है ऐसे आई जैसे वन में नाचे मोर,
ममता का आँचल लेहरादे हो जाऊ माला माल
चुनड़ियाँ ओड़ो मियां सिंह चढ़ आओ मियां,