चल रे लंगूर केला देवी मैया तुझे बुलावे से,
करले दर्शन केला माँ के सोये भाग जगावे से,
मैं दिल की बात बताऊ मैं धनो तने समजाओ रे,
अब बात मान ले मेरी मैं लंगूर तने मनाऊ से,
लाल चुनरियाँ घोटे वाली मैया को जो ओडावेही से
करले दर्शन केला माँ के सोये भाग जगावे से,
बड़ी सच्ची केला रानी दे हाथो हाथ ये परचा से ,
माँ सभकी करे सुनवाई ये गली गली में चर्चा से,
हो जायेगे तेरे वारे न्यारे माँ की जात लगावे से,
करले दर्शन केला माँ के सोये भाग जगावे से,
मैं माँ के भवन पे जाऊ माँ की नौबत भजवाउ से,
मैं छप्पन भोग लगाके मैं नच नच माँ को मनाऊ से,
कहे गिरी ये बात है सच्ची जो मांगे सो पावे से,
करले दर्शन केला माँ के सोये भाग जगावे से,