फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भगतो की झोली में खुशिया आई है,
छाई है सँवारे खुशियां छाई है
चंग है भजते कही पे बाबा कही भजे धमाल
रंग बड़े गुब्बारे उड़ते कही पे उड़े गुलाल,
दुनिया ये तेरे रंग में समाई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है
चारो दिशाओ में सुनते है बस तेरा गुणगान,
भक्तो का दीखता है टोला हाथो में लेके निशान,
आँखों में वो छवि समाई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है
ऐसी मस्ती छाई है देखो झूम रहा संसार ,
दर्श तुम्हारे पाने खातिर भक्त खड़े तेरे दरबार,
भगतो के साथ में कमला आई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है