दुखो से उबरना तुम्ही ने सिखाया
पड़ी मुश्किलें ज अब तुमने ओ बाबा
मेरे हौंसले को हमेश बढ़ाया
दुखो से उबरना तुम्ही ने सिखाया ...........
उलझने जब बढ़ी तेरा सुमिरन किया
तेरे सुमिरन से ही उलझने हल किया
तेरे जाप से मुझको मिली ऐसी शक्ति
मुसीबत में भी मैं नहीं घबराया
दुखो से उबरना तुम्ही ने सिखाया ..............
वक़्त के साथ में हैं बदलते सभी
तुम मेरे सांवरे ना बदलना कभी
किया याद जब भी तुझे श्याम मैंने
खड़ा सामने अपने तुझको ही पाया
दुखो से उबरना तुम्ही ने सिखाया ...............
बेफिकर मैं जियूँ जबसे तू है मिला
स्नैग मेरे चल रहा खुशियों का सिलसिला
कभी आँख में मेरी आया जो आंसू
ना रोने दिया कुंदन मुझको हंसाया
दुखो से उबरना तुम्ही ने सिखाया