घाटे वाले बाला जी मेरे पित्रां खोल,
दर पे हु आया मेरा कर दो मन चाया,
तेरे चरणों में आके बाबा शीश झुकाया,
बजरंग बाला पवन में तेरे केह सु कॉल,
घाटे वाले बाला जी मेरे पित्रां खोल,
तेरी अर्जी लगाई आके देसा चढ़ाई,
मैं हु बंदा गरीब मेरी करलो सुनाई,
अंजनी लाला कतरा के बिना कर डामा डोल,
घाटे वाले बाला जी मेरे पित्रां खोल,
जोडू सु हाथ बाबा देदू ने साथ,
मेरे पितरने लाके मेरे बदलो हलात,
दर पे आया मने वर दे अनमोल,
घाटे वाले बाला जी मेरे पित्रां खोल,
आंदन सा छावे घर पे पितृ आवे,
संजय जाखड़ भी बाबा महिमा तेरी ही गावे,
खुशियों के बाबा म्हारे भज वादे ढोल,
घाटे वाले बाला जी मेरे पित्रां खोल,