धरती गगन में माँ तेरी है जय जय कार,
अर्ज है भगतो की सुन ले माँ सब की पुकार,
आंबे माँ जगदम्बे माँ दुर्गा तू तू है नो रूपा,
दर्शन देदे मोरी मैया,
पार करा दे मोरी मैया तोरे बिन लागे न मन,
कैसे मैं करू यत्न तू ही तो है जग की रचाइयाँ,
आंबे माँ जगदम्बे माँ दुर्गा तू तू है नो रूपा,
दर्श को तोरी अखियां मोरी तरस ना जाए माँ भवानी,
रूप निहारु तुझपे माँ मैं वारु तू ही तो माँ जग कल्याणी माँ,
आंबे माँ जगदम्बे माँ दुर्गा तू तू है नो रूपा,
तू ही तो है जगदम्बे माँ महरानी,
दर्श को तेरे भक्तो के मेले जाए न दर से कोई खाली माँ,
आंबे माँ जगदम्बे माँ दुर्गा तू तू है नो रूपा,