लेहर लेहर लहराए खपर काली का,
तीन लोक लहराए खपर काली का,
गल मुंडो की पहने माला,
बन के मैया चंडी जवाला ,
दुष्टो का नाम मिटाये खपर काली का,
तीन लोक लहराए खपर काली का,
माँ ने अध्भुत काम किया है रक्त बीज का खून किया है,
दानव का वंस जलाये खपर काली का,
तीन लोक लहराए खपर काली का,
रन में नृत्य करे जब काली,
देव सेना जाए ये समबाली
ऐसा तेज दिखाए खपर काली का,
तीन लोक लहराए खपर काली का,
काली मैया का रूप निराला,काली चुनरी है टिका काला,
कालो काल कहाये खपर काली का,
तीन लोक लहराए खपर काली का,