तुमसे में क्या मांगू इतना बतला दो न,
छोटी सी कुटियाँ है इक बार आ जाना,
संवारे रखदो न अपने चरण,
जब तुम आजायो गे घर मंदिर बन जाए,
जाने की ना कहना दिल टूट न जाए,
बिन बोले की बाबा तुम सब समझते हो,
बिन मांगे ही बाबा तुम झोली भरते हो,
संवारे रखदो न अपने चरण,
जब भजन करू तेरे तू आकर सुन लेना,
जब कमी लगे कोई तू पूरी कर देना,
ना भगती मैं जानू ना पूजा मैं जानू,
सब भगतो के हो तुम बस इतना मैं मानु,
संवारे रखदो न अपने चरण,
ये प्यार भरा रिश्ता तू भूल नही जाना,
जब याद करे कोई तू दोडके आना,
जब जब दीपक हारे तू जीत दिलाता है,
हारे का सहारा तब ही तो कहलाता है,
संवारे रखदो न अपने चरण,