भाव भजन ये बाबा चरणों में हम है लाये,
नैना ये भर भर आये,
कैसे मैं भूलू बाबा गुजरा ज़माना कोई नहीं था अपना ठिकाना,
दर दर की लाखो ठोकर ये खाये भाले ये किस्मत दर पे ले आये,
बाहे पसार के हम को अपने गले से लगाए,
नैना ये भर भर आये,
जिस दिन से थामे बाबा हाथ हमारा,
जीवन ये रोशन हुआ फैला उजारा,
सारे जहां की खुशियां जीवन में आई,
संग संग में है सांवरियां जैसे परछाई,
ऊँगली पकड़ के तूने बीच ववर से बचाई,
नैना ये भर भर आये,
तुम बिन न कोई सहारा रिश्ता निभाना ,
अपना बना कर स्वामी भूल न जाना,
भक्तो की तेरी ये ही तमना,
किरपा सांवरियां हम पे हो कम न,
चरणों में बाबा तेरे श्रद्धा के फूल चढ़ाये,
नैना ये भर भर आये,