शिव कैलाशो के वासी डोलीधारो के राजा,
शंकर संकट हरना,
तेरे कैलाशो का अंत न पाया,
अंत बेअंत तेरी माया,
शिव कैलाशो के वासी डोलीधारो के राजा,
शंकर संकट हरना,
बेल की पत्तियां भांग धतूरा,
शिव जी के मन को लो भाये,
शिव कैलाशो के वासी डोलीधारो के राजा,
शंकर संकट हरना,
इक था डेरा तेरा चम्बे रह चोगना,
दूजा लाइ दिता भर मोरा,
शिव कैलाशो के वासी डोलीधारो के राजा,
शंकर संकट हरना,