निकली सवारी देखो श्री राम की,
जय बोलो जय बोलो सिया राम की,
सिर पे मुकट छवि है न्यारी न्यारी.
ऐसी सुरतियाँ लागे प्यारी प्यारी,
राम लखन संग बैठे जानकी,
जय बोलो जय बोलो सिया राम की,
खूब सजी अयोध्या प्यारी देख आये सब नर नारी,
देखो छवि भक्त हनुमान की,
जय बोलो जय बोलो सिया राम की,
चौदह वर्ष देखो वन में बिताया माता ककई का वचन निभाया,
देखो शुभ घडी आई राम की,
जय बोलो जय बोलो सिया राम की,
देवी देव फूल वरसाये सिया राम के दर्शन पाए,
राजन महिमा गाये राम की,
जय बोलो जय बोलो सिया राम की,