तसवीर मेरे साई की दिन रात साथ है,
तेरे नाम से जुडी मेरी हर सुबह शाम है,
तेरे दम से मेरी सांसे इनता तू जान लीजिये,
पहचान मेरी तुझसे है ये एहसान तेरा है,
तेरी गफनी मेरा साया तेरा साफा मेरा काबा,
तेरी फकीरी में साई अल्ल्हा की शान है ,
नैना बरस रहे है दीदार के लिए,
मुझको यकीन है के तू मेरे आस पास है,
उस निरंकार सचिदा नन्द दिल दर के मैं सद के,
युग युग के तू अवतारी पीरो का पीर है,