बड़े अच्छे लगते है मेरे साई मेरे बाबा मेरे दाता साई राम,
सच्चे मन से सच्ची श्रद्धा लेकर जो भी आये ,
साई दर की बात निराली मुँह माँगा फल पाये,
बड़े अच्छे लगते है मेरे साई मेरे बाबा मेरे दाता साई राम,
इनकी शिरडी धाम निराली सब के पवन धारा,
डूभी नाइयाँ पार लगाए साई खेवन धारा,
बड़े अच्छे लगते है मेरे साई मेरे बाबा मेरे दाता साई राम,
आप की बात आप ही जानो मैं नर मुर्ख कामी,
जग छूटा इक आप ही साँचा कहते पंडित ग्यानी,
बड़े अच्छे लगते है मेरे साई मेरे बाबा मेरे दाता साई राम,