थारे घट विराज भगवान

थारा घट में विराजे भगवान्
मंदिर में काई ढूंढती डोले

कोरी मूरत धरी मंदिर में
वो ना मुख से बोले
दरवाजे दरबान खड़ा है
हुकुम करे जद खोले रे
मंदिर में काई ढूंढती डोले
थारा घट में विराजे भगवान्
मंदिर में काई ढूंढती डोले

गगन मंडल से गंगा उतरी
पांचू कपड़ा धो ले
बिन साबन थारो मैल कटे
काया तू निर्मल हो ले रे
मंदिर में काई ढूंढती डोले
थारा घट में विराजे भगवान्
मंदिर में काई ढूंढती डोले

नाथ गुलाब मिल्या गुरु पूरा
घट का पर्दा खोले
भानी नाथ शरण सत गुरु की
राई सूं पर्वत ओले रे
मंदिर में काई ढूंढती डोले
थारा घट में विराजे भगवान्
मंदिर में काई ढूंढती डोले

download bhajan lyrics (1035 downloads)