हम नाचेगे हम गाये गे मेरी मैया के दरबार में,
मेरी मैया के दरबार में मेरी मैया के दरबार में,
हम झूमे गे हम नाचेंगे मेरी मैया के दरबार में,
आज खुशियों की घड़ी आई घर में माहरे मियां आई,
आई शेर चढ़ के मेरे भाग जगे मेरी मैया के दरबार में,
आज झूमेंगे हम नाचेगे मेरी मैया के दरबार में,
सूंदर सा माँ का दरबार लगा,
अंगना में मेरे खूब सजा,
जब ढोल बजे मस्ती सी जगे मेरी मैया के दरबार में,
आज झूमेंगे हम नाचेगे मेरी मैया के दरबार में,
जब तक ये जीवन तेरा नाम रटु हर इक जन्म में तेरा ध्यान धरु,
संकट है कटे सब दुखड़े है मिठे सब मैया के दरबार में ,
आज झूमेंगे हम नाचेगे मेरी मैया के दरबार में,
मोहन कौशिक मैया का सहारा है जो डूबे गे उनका किनारा है,
ये हरीश कहे किस्मत है जगे मेरी मैया के दरबार में,
हम नाचेगे हम गाये गे मेरी मैया के दरबार में,