झूला झूले आम की डाल,
भवानी झूला झूले।।
चंदन के पलना में झूले,
रेशम डोरी डाल,
भवानी झूला झूले,
झूला झूले आम की डाल,
भवानी झूला झूले।।
जड़े है माता के पलना में,
हीरा रतन विशाल,
भवानी झूला झूले,
झूला झूले आम की डाल,
भवानी झूला झूले।।
शिव सनकादिक रहे झुलाए,
और यशोदा के लाल,
भवानी झूला झूले,
झूला झूले आम की डाल,
भवानी झूला झूले।।
चवँर डुलावे हनुमत वीरा,
वजा वजा करताल,
भवानी झूला झूले,
झूला झूले आम की डाल,
भवानी झूला झूले।।
राजेन्द्र माँ की करत आरती,
दे दे कर के ताल,
भवानी झूला झूले,
झूला झूले आम की डाल,
भवानी झूला झूले।।
गीतकार/गायक-राजेन्द्र प्रसाद सोनी