तर्ज-तेरे चलाये से चले नैया
तेरे भरोसे सांवरे,छोड़ी हे नाव रे
उसको लगाना होगा,उस पार सांवरे
तेरे भरोसे सांवरे...............
कर ना सकूगा कुछ भी में,मुझको था ये पता
मुझ पार रहेगी निगाह तेरी,घाटा हो या नफा
डोले तो डोलती रहे,बांहो में शयम के
तेरे भरोसे सांवरे................
माना पुराणी नाव हे, कस्ती बेकार हे
खेने को कह दो बैठे हो,चिंता बेकार हे
इस आश में ही सांवरे,अब तक सवार हे
तेरे भरोसे सांवरे...................
हमदम बने हो सांवरे,हरदम बने रहो
छू ना सकेगी लहरे भी,जो तुम खड़े रहो
करता पुकार अंश हे,थामेो ना सांवरे
तेरे भरोसे सांवरे.......................