मेरी औकात से जयदा मुझे मैया दियां तुने,
कभी माँगा न था इतना मुझे जितना दियां तूने ,
मेरी औकात से जयदा मुझे मैया दियां तुने,
जगा कर ज्योत माँ अरदास की थी दो घडी तुझसे,
मेरी उम्मीद ने मांगी थी बस इक झोपड़ी तुझसे,
बड़ी गाडी बड़ा घर माँ मुझे दिलवा दियां तूने,
मेरी औकात से जयदा मुझे मैया दियां तुने,
तेरी किरपायो बरसात है दिन रात महारानी,
ये दमन पड़ गया छोटा हुई इतनी मेहरबानी,
वो सुख है कौन सा मैया मुझे जो न दिया तूने,
मेरी औकात से जयदा मुझे मैया दियां तुने,
सदा मोहित के हित में माँ हुए है फैंसले तेरे,
मुझे जन्मो तलक रहना है माँ अंचल तले तेरे,
हमेशा साथ रहने का हो माँ वादा किया तूने,
मेरी औकात से जयदा मुझे मैया दियां तुने,