दादी हमे बुलाये झुँझन वाली हमें बुलाये,
बड़ा वो किस्मत वाला है जो ये मंगल कलश उठाये,
दादी हमे बुलाये झुँझन वाली हमें बुलाये,
रानी सती दादी का उस्तव बनाता आज बधाई,
सिंह पर चढ़ कर झुँझन वाली आई,
मौका चूक न जाए भगतो मौका चूक न जाए,
बड़ा वो किस्मत वाला है जो ये मंगल कलश उठाये,
दादी हमे बुलाये झुँझन वाली हमें बुलाये,
अखंड ज्योत जलाई माँ का गूंज रहा जैकारा,
हर भक्तो के मुख से निकले जय दादी का नारा,
मैया के गुण गाये जो भी दादी के गुण गाये,
बड़ा वो किस्मत वाला है जो ये मंगल कलश उठाये,
दादी हमे बुलाये झुँझन वाली हमें बुलाये,
मंगल कलश उठाये जो भी करता मंगल पाठ,
सौरव मधुकर उन भगतो के घर में रहता ठाठ,
बिगड़ी बात बनाये दादी बिगड़ी बात बनाये,
बड़ा वो किस्मत वाला है जो ये मंगल कलश उठाये,
दादी हमे बुलाये झुँझन वाली हमें बुलाये,