मेरा जोगी सुनेहरी जटा वाला हो चिमटेया वाला.
के मोर सवारी आ गया,
शाहतलियाँ विच बाबा जी दा डेरा,
घर विच हूँ चित लगदा न मेरा,
असा छड़ घर बार जाना के दर्शन पाना के मोरसवारी आ गया,.
मेरा जोगी सुनेहरी जटा वाला हो चिमटेया वाला.
सोहनी गुफा दा सोहना जेहा बाली,
दर तो न कोई जावे खाली,
आसा मंगियां मुरादा पाइयाँ के रीजा सब लाइयाँ के.
मोर सवारी आ गया,
मेरा जोगी सुनेहरी जटा वाला हो चिमटेया वाला.
बारहा साल दी उम्र नयाणी,
महिमा तेरी किसे न जानी ,
आज तर गई दुनिया सारी हूँ आई मेरी वारि,
मोर सवारी आ गया,
मेरा जोगी सुनेहरी जटा वाला हो चिमटेया वाला.