हो रही जय जय कार,
हो माये मेरी धुना वाली माँ संतोषी रानी तुम्हरी जय जय कार,
गुनानगरियां माँ घाम बनाये जन जन के माँ भाग जागाये,
महिमा तुम्हारी अपार आंबे महारानी,
हो रही जय जय कार
सोये भ्ग्ये माँ तूने जगाए रोते हुए को तूने सीने से लगाये,
सब को करे तू दुलार माँ आधी भावानी ,
हो रही जय जय कार
धन वो नगरी यहाँ तू विराजी.
तर गया वो कुल जिस घर पह्धारी,
माई धापू को दिया प्यार,
हो रही जय जय कार