तूने माँ देखा न गरीब न धनि ,
सब की सुनी माँ तूने सब की सुनी,
तेरी महिमा है जगजानी मुख से ना माँ जाए भखानी,
यह हर बिगड़ी बात है बनी,
सब की सुनी माँ तूने सब की सुनी,
भगतो की करती सुनवाई जिस ने भी आवाज लगाई,
महामाई तुझको कहते मुनि,
सब की सुनी माँ तूने सब की सुनी,
सारा माँ जग तुझको ध्यावे,
कुमरी अमन भी कलम चलावे,
केशव ने भी तुझको बनाया गुनी,
सब की सुनी माँ तूने सब की सुनी,