श्याम सांवरिया तेरे भगत ने अलख जगाई है ,
ओ सँवारे तेरी याद सताई है
मोरछड़ी तेरी बाबा करती ये कमाल है,
तेरे भगतो पे तेरी किरपा बेमिसाल है,
ग्यारस पे खाटू में दर्शन बड़े सुखदाई है,
ओ सँवारे तेरी याद सताई है
दूरियां मताओ बाबा आओ गले लगाओ,
भटके हुए है रही रस्ते पे ले आओ,
झूठे जमाने में बचो का तू ही सहाई है ,
ओ सँवारे तेरी याद सताई है
कलयुग के तुम देव हो तेरी चर्चा चारो और है,
जय श्री श्याम जय श्री श्याम ये शोर गणगौर है,
अमित ढुल ने तेरी महिमा सदा ही गाई है,
ओ सँवारे तेरी याद सताई है