बस यही अरदास मैं हर साल करता हूँ
खाटू आऊँ फागण में ये आस करता हूं
जय बाबा थारी, जय बाबा थारी हो
जय श्याम थारी, जय श्याम थारी हो
श्याम जब से देखी सूरत,बस गए मन में
कोई देखे या न देखे,तुम हो जीवन मे
मुश्किलें कितनी भी हों, खुशहाल रहता हूँ
खाटू आऊँ.......
कोई चिंता कोई उलझन, या कोई ग़म हो
खाटू आके देख पीड़ा,दूर सब की हो,
श्याम की नगरी में ये ही बात कहता हूं
खाटू आऊँ फागण में...
तुम भी देखो,धुन में रम के श्याम प्यारे की
होगी किरपा सब पे देखो,खाटू वाले की
इसलिए मनदीप मैं दरबार आता हूँ
खाटू आऊँ फागण में ये आस करता हूं
गायक- मनदीप जांगडा
रचना- मनदीप जांगडा
Mob 9893496946