ओ जी ओ मिजाजी महारा सांवरिया
थारी बाबा खोलू आवे बेगा आओ जी संवारा,
थाने तो मनावा घना चाव सु,
थे हस हस कंठ लगाओ ना तरसाओ जी संवारा,
एह दुनिया सो न्यारो थारो देव रो,
हे रत्न शृंगासन बैठाया हुकम सुनावो जी संवारा
नैना माहि छलके थारे नेहड़ो,
थारा टाबरियां अटका काज सवारों जी संवारा,
भूलिया थारे बालकिया ने नाही सरे,
थारे बालकियाँ ऋ बिगड़ी आज बनाओ जी संवारा
बुलेयो न भटका ने थारो आसरो,
माहरी नैया नाथ पुरानी पार लगावो जी संवारा,
जागो रे ग्यारस की चानन रात में,
कोई बारस ने थे खीर चूरमो खाओ जी संवारा
जीमिया पाछे थारे हाथ दुआए श्याम,
ले दो पीड़ा के मगह की पान चिबाओ जी संवारा,
शर्मा काशी राम थारो बालकियो
थारा कये कये हुकाम उठावा क्यों फरवाओ जी संवारा,