तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
यह जो दुनिया है, वन है कांटो का, तू फुलवारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ॥
दुखन लागी हैं माँ तेरी अँखियाँ,
मेरे लिए जागी है तू सारी सारी रतिया ।
मेरी निदिया पे अपनी निदिया भी तूने वारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ॥
अपना नहीं तुझे सुख दुःख कोई,
मैं मुस्काया तू मुस्काई मैं रोया तू रोई ।
मेरे हसने पे मेरे रोने पे तू बलिहारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ॥
माँ बच्चो की जा होती है,
वो होते हैं किस्मत वाले, जिनकी माँ होती है ।
कितनी सुन्दर है, कितनी शीतल है, न्यारी नयारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ,
फिल्म : राजा और रंक
फिल्म में स्वर : लता मंगेशकर
कवि : आनंद बक्शी
संगीत : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
अशोक जांगिड़ की कि छोटी सी कोशिश
म.9828123517
सवाई माधोपुर