जय काली काली माँ जय जय काली माँ,
माँ काली हो माँ खपर वाली हो
गेहरी काली रात मैया निकली काली हो
देखो लम्बे लम्बे बाल माँ के लम्बे लम्बे बाल
गले मुंडो की है माल डाले मुंडो की माल
माई रूप धरे विकराल देखो चले भवर सी चाल
आवे जैसे रे भूचाल लागे माँ मत वाली हो
लम्बे लम्बे दांत माँ के लम्बे लम्बे दांत
करते दानव ढल पे घात,
देखो लांगुर भेरव साथ आवे कौनु उठे न हाथ
विनती करते भोले नाथ माँ कर अब रखवाली हो
पीवे भर भर खपर खून,
पापी पिस के हो गए चूर,
मारे काटे घूम घूम माँ के जय कारो की ग़ुम ग़ुम,
माँ के जय कारो की गूंज मैया नाचे झूम झूम मैया की बात निराली हो