मन जप नमः शिवाय रे ,
तेरी बिगड़ी नाथ सवारे,
मन्त्र ये तारण हारा है बेडा भव सागर से तारे,
मन जप नमः शिवाय रे ,
भोले नाथ की महिमा न्यारी,
पूजे देव असुर नर नारी,
महिमा सब जग गाये रे,
तेरी बिगड़ी नाथ सवारे,
मन जप नमः शिवाय रे ,
के दानी सब से बड़ा कहावे मांगने तीन लोक है आवे
वो तेरे भरे भंडारे रे
तेरी बिगड़ी नाथ सवारे,
मन जप नमः शिवाय रे ,
तू इनके होते क्यों गबराता प्रीत चरणों से क्यों न लगाता,
ये सब के काज सवारे रे
तेरी बिगड़ी नाथ सवारे,
मन जप नमः शिवाय रे ,
सचे मन से जो भी धाये जीवन ख़ुशी से भर जाए,
कष्ट कभी कोई न आये रे,
तेरी बिगड़ी नाथ सवारे,
मन जप नमः शिवाय रे ,