श्याम तेरी जो शरण में आये इतनी मौज उड़ाए
दुनिया समझ ना पाए श्याम दुनिया समझ ना पाए
मिट जाए सारी तकलीफें हर दुखिया मुस्काये
तेरी शरण जो आये श्याम तेरी शरण जो आये
जिनके खाने के दाने भी घर मुश्किल से आये
बारिश में टपके छत भी ना चैन से वो सो पाए
श्याम कृपा से बानी हवेली नित नए भोजन पाए
तेरी शरण जो आये श्याम तेरी शरण जो आये
अरदास हुई हर पूरी बस एक रही है अधूरी
कितने जन्मो तक तरसूं अब दे दर्शन कर पूरी
अब के जनम जो हुई ये कृपा युगों युगों गुण गाये
तेरी शरण जो आये श्याम तेरी शरण जो आये
सुनते हैं सबके ताने तुझको पाने की खातिर
मीरा का मोहन मुश्किल से ही मिलता है आखिर
राजू रख विश्वास श्याम खुद नैय्या तेरी चलाये
तेरी शरण जो आये श्याम तेरी शरण जो आये