जो भी आये तेरे द्वार,
होता उसका बेडा पार,
सारे जग से निराला तेरा धाम है,
बोलो जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम.....
ले ली है ध्वजा रींगस से तेरी और,
चल दिये नंगे पांव,
तेरे ही भरोसे और तेरी ही दया से,
हमे हर पग मिल जाये छांव,
सच्चे मन से तेरा करते गुणगान हैं,
बोलो जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम....
हाथ मे निशान मुझे रुकना नही है,
चलूँ बोलता मैं तेरी जयकार,
मैं हूँ श्यामप्रेमी मैं हूँ रंग रंगीला,
बाबा करना मेरा इंतजार,
कुछ ही दूरी पे दिखता तोरणद्वार है,
बोलो जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम.....
मुझको भी सबको भी खूब भरोसा,
एक दिन देगा मुझे तार,
तुझपे करे कोई दिल से भरोसा,
कभी मिल ना सके उसे हार,
सारी दुनिया का तू ही निगेबान है.....