तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,
ओ जादूगर ये कैसा जादू चला दिया है,
तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,
सांसे ये जप रही है तेरी नाम की ही माला,
लेकिन ओ संवारे क्यों तूने बुला दिया है,
तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,
तेरी संवारी सलोनी सूरत वसा के दिल में,
दिल को बना के मंदिर उस में सजा दिया है,
तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,
मेरी धडकनों में तू है नजरो में तू ही तू है ,
तेरे इश्क में कन्हियाँ जग को बुला दिया है,
तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,
मेरे दिल ने तुझको चाहा क्या यही मेरी खता है,
मेरे प्यार का जुल्मी कैसा सिला दिया है,
तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,
दीवानगी ये मेरी मेरी जान ही न ले ले,
मैंने हाल दास अपना तुझको बता दियां है,
तेरे प्यार ने कन्हिया पागल बना दिया है ,