मेरी सुन लो रे बिनती
तेरी बन जाए बिगड़ी
तू करले खाटू आना जाना
श्यामस अहारा हारे का ये जाने दुनिया साड़ी
जिसका खिवैया कोई रहा ना उसकी नाव है तारी
श्याम ने उसको थाम लिया है जिसने हिम्मत हारी
ऊँचा नीचे कोई ना सबको मिलता यहाँ ठिकाना
तेरी बन जाए बिगड़ी ............
वो सेठों का सेठ है प्यारे सब झोली फैलाते
बड़े बड़े राजा भी उनके चरणों में गिर जाते
श्याम धनी सांवरिया देखो सबके भाग्य जगाते
अजनबी दास को अपना बनाया जीवन है महकाया
तेरी बन जाए बिगड़ी ..........
तेरी लाचारी का चर्चा महफ़िल महफ़िल होगा
इस दुनिया के आगे रोकर कुछ ना हासिल होगा
रोबिन हालत पर हंस देंगे और दुखी दिल होगा
बुरे समय में हो जाता है हर कोई बेगाना
तेरी बन जाए बिगड़ी ..........