टिकट कटालो खाटू की सब हो जाओ त्यार,
रंग रंगीला देखो आया फागुन का त्यौहार
मेरे श्याम मिजाजी ने ऐसा रंग चढ़ाया,
किसकी को पागल किसीको अपना दीवाना बनाया,
हुआ वनवरा श्याम नाम का ये सारा संसार,
रंग रंगीला देखो आया फागुन का त्यौहार
आते ही फागण का मेला नशा अजब सा छाए,
श्याम धनि से मिलने खातिर तू प्रेमी दौड़ा आये,
बैठे सिंगसहं रस्ता देखे मेरा लख दातार,
रंग रंगीला देखो आया फागुन का त्यौहार
कोई पैदल आता है कोई आता है पेट पलनीया,
श्याम प्रेमियों से तंग हो गई ये खाटू की गलियां,
कुंदन संग परवीन आया करने को दीदार,
रंग रंगीला देखो आया फागुन का त्यौहार