हो के रहे रे होनी होके रहे रे,
इसे सच भी न मानो इसे झूठ भी ना मानो,
हो के रहे रे होनी होके रहे रे,
होनी रानी महारानी होनी के सब गुलाम,
होनी सुबह देखती है न देखती है शाम,
ये तो चाल चले ये तो वार करे ये तो चुप रहे रे,
हो के रहे रे होनी होके रहे रे,
हो होनी किसे को न छोड़े राजा हो या रंक,
पानी तक न वो मांगे होनी मारे जब भी डंक,
रहे झाडी न पहाड़ जिस और बहे रे,
हो के रहे रे होनी होके रहे रे,
कही ऋषि मुनि आये कही आये अवतार,
राहा कोई नही बाकी होनी के सब शिकार
सचा वही है ठिकाना इसे तूने नही जाना इसे सच मान रे,
हो के रहे रे होनी होके रहे रे,