यु सँवारे मेरी डगर न रोको देर हो जायेगी,
न झुक कलाही ऐसे न मरोडो देर हो जायेगी
यु सँवारे मेरी डगर न रोको देर हो जायेगी,
देर जो हो जायेगे मुझको जो सांवरियां,
सास लड़े गई मोहे लड़े गई ननदियाँ
अब और न सताओ हम को मोहन,
देर हो जायेगी...
छीना झपटी मत कर कान्हा,
फट जाए चीर मेरा हसे गा जमाना,
मैं भीख तोसे मांग ती हु कान्हा देर हो जायेगी,