दानव दलन कर आई भवानी,
विकराल रूप लई माई शेरावाली,
काली काली अमावस रात,
भज रहे भेरो हनुमान लिए झंडा नाच रही काली आज,
केश बिखराए घनघोर काले,
छम छम बाजे माई की पायल,
ले अष्ट भुजा घरयाल,
भज रहे भेरो हनुमान लिए झंडा नाच रही काली आज,
अंगारे उगले लाल लाल नैना ,
लप लप निकले जीब लाल लाल मुख से ज्वाला है निकली आज,
भज रहे भेरो हनुमान लिए झंडा नाच रही काली आज,
गले में टांगी दानव की मुंड ,
कमर बाँधी दानव के हाथ,
करे बारहा शिंगार आज,
भज रहे भेरो हनुमान लिए झंडा नाच रही काली आज,
पापी ये धरती गूंजा ये अम्बर जब महाकाली हुंकार भर्ती,
भिख्रे दानव की मुंड हजार ,
भज रहे भेरो हनुमान लिए झंडा नाच रही काली आज,