घन घड़ी घन भ्ग्ये हमारा नीले चड महारा श्याम पधायारा,
कर लो स्वागत बाबे को,
चंदन चोंकी लाया जी गंगा जल मंगवाया जी ,
बेठो महारा श्याम धनि सब भगता ने बुलाया जी,
धीरे धीरे चरण पखारो श्याम धनी की आरती उतारो,
कर लो स्वागत बाबे को,
सब को मनडो मोह लियो रूप सजीलो बाबे को,
भगता ने प्यारो लागे घोड़ो नीलो बाबे को,
लूँ राई वारो जी वारो श्याम धनि की निजरा उतारो
कर लो स्वागत बाबे को,
आज बडो शुभ दिन है श्याम धनि घर आया जी,
भजन करो सचे दिल से जो संदेशो लाया जी,
वनवारी को यो कहनो है श्याम शरण में ही रहनो हो,
कर लो स्वागत बाबे को,