मन में उठन लागी हुक सांवरिया के नाम री
आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी
बाजे ढोलक चंग नगाड़े मन में खुशिया छा रही
आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी
हाथो में निशान लेके बोल के जयकारे,
श्याम के दीवाने जाते श्याम को रिजाने,
साथ में लेकर कुटब कबीले आये नर नारी
आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी
रुत मस्तानी लागी एल बेल फाग की
चारो दिशा में खुशबु उड़े श्याम नाम की
बोले कोयल मोर पपीहा बोली श्याम नाम री
आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी
रंग रंगीलो खाटू होता नीला पीला
भर पिचकारी होली श्याम संग खेला
सारे देवी देवता हर्षे देख छवि मत वाली
आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी
बुल न जाने घर जाके अपने श्याम को
अगले बरस फिर आना खाटू धाम को
प्रीत है पुरानी अपनी दिल से निभाना कपिल इन्दोरियां के संग आना जाना
सूरज गडील शान के संग में आवे दुनिया सारी
आयो फागनियो रंगीलो चाला खाटू नगरी