कीर्तन बाबा का कीर्तन बाबा का ,
प्रेमी है तयार आज मेरे घर आया मेरा लखदातार,
कीर्तन बाबा का कीर्तन बाबा का,
हर पल जो मेरे श्याम प्रभु की याद में डूबा रहता,
मिलने वाले हर प्रेमी को जय श्री श्याम है कहता ॥
एसे प्रेमी की मेरे बाबा होने ना दे हार,
कीर्तन बाबा का ...............
जिसने अपनी मैं को मिटाया उसने श्याम को पाया,
हार गया जो सारे जग से बाबा ने अपनाया,
उसकी किस्मत के ताले को खोले ये सरकार,
कीर्तन बाबा का .............
दीनो की सेवा में अपना तन मन जो भी लगता,
ऐसे प्रेमी को मेरा बाबा हाथो हाथो भुलाता,
मीतू करता श्याम धनि का बंधन बारम बार,
कीर्तन बाबा का ..............