मेरी लिख लो रिपट दरोगा जी,मोहे छेड़े श्याम सलोना
छेड़े श्याम सलोना छेड़े श्याम सलोना..
सपने में भी अब न छोड़े,
सखी भूल गई मैं सोना भी
मोहे छेड़े श्याम सलोना
सुन श्यामा तेरो मुसक बांधियो,
चैन में बैठ के रोना भी,
मोहे छेड़े श्याम सलोना
जेल में मेरो जन्म भयो है,
वाहा कैसा रोना दोना जी,
मोहे छेड़े श्याम सलोना