सांवरियां ये दिल तुझे पुकारे सुबहो शाम आठो याम,
मंगलवार रहे दरबार सजे,
मेरा श्याम सजे सिंगार सजे,
बाबा की मैं आरती उतारू,
सुबहो शाम आठो याम.....
तेरा जो भी बने भण्डार भरे,
झोलियाँ तू भरे सबके कष्ट हारे,
दातारि तू लाख दातारि बलहारी,
खाटू के बाबा श्याम,
छपन भोग लगे टोपे चवर झूले,
बापा विनती करे तेरी राह ताके,
नीले पे सवार होक आजा,
खाटू के बाबा श्याम