जीवन हमे इक बार मिला है
ध्यान प्रभु का धर लो तुम,
अवगुण सब छोड़ के बंधू नाम हरी का जपलो तुम,
मात पिता से बड़ा न कोई इनकी सेवा करलो तुम,
पाप पुण्य इनके चरणों में प्रेम से पल पल करदो तुम
जीवन हमे इक बार मिला है
रामायण का पाठ करो गीता का गुणगान करो,
चरणामित का पान करो उपदेशो का दान करो,
जला सको तो रौशनी जलाओ रोशन उजियारा करदो,
दूर कर अज्ञान किसी का जीवन उसका तर दो तुम,
समय ना अपना व्यर्थ करो जीवन में संघर्ष करो,
काम क्रोध मोह छोड़ो सारे खुद को तुम समर्थ करो,
चलो चलो तुम धर्म के पथ पर स्वयं को अर्पण करदो तुम,
प्रभु भगति में ध्यान लगाओ मन को समर्पण करदो तुम,
सत गुण आपने वास करो रोग दोष का नाश करो,
काय ये मिट जायेगी इस पर न विश्वाश करो,
सत्य का साथ कभी न छूटे त्याग झूठ का कर दो तुम,
किया प्रभु ने ये जीवन है काम उसी के करदो तुम,