भोले नाम के मोती तू पिरोए जा, तेरा लागेगा क्या गया मूल वे,
भोले नाम के मोती तू पिरोए जा, तेरा लागेगा क्या गया मूल वे,
क्या लागेगा मूल तेरा, क्या लागेगा मूल वे,
हर पल गुण तू गाए जा, तेरा क्या लागेगा मूल वे,
भोले नाम के मोती ..
जो घटना को होना वो तो होकर ही रहती है,
घटना को पल मे भुलाए जा, तेरा क्या लागेगा मूल वे
भोले नाम के मोती..
शिव नाम की अमृत-२ वाणी , भोले नाम की अमृत-२ वाणी,
पढ़ पढ़ के कष्ट मिटाए जा, तेरा क्या लागेगा मूल वे,
भोले नाम के मोती …,
हर पल तेरे साथ है भोले ,हर पल तेरे संग मे है भोले गुण ,
इनका तो तू भी गाए जा, तेरा क्या लागेगा मूल वे....२,
भोले नाम के मोती तू पिरोए जा
रोहित तेरी महिमा है गाए ,संग मे भोले शीश निवाये,
कृपा ऐसे ही मुझ पे भरसाये जा ,तेरा क्या लागे गया मूल वे ,
भोले नाम के मोती तू पिरोए जा,
Mere damaroo vale baba & Tera kisne kiya Shingar
Written By Rohit Jain (Punjab)
Email:rohitjain0102@gmail.com